जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) के पूर्व सीएम फारूक अब्दुल्लाह और महबूबा मुफ़्ती अक्सर मुस्लिमों को भड़काने वाले बयान देते रहते हैं। (Jammu-Kashmir) अब इस सूची में एक नया नाम अल्ताफ बुखारी का भी जुड़ गया है।
अल्ताफ बुखारी ने कहा है कि, वो ‘बाहरियों’ को घाटी में बसने नहीं देंगे। बुखारी ने यहां यह भी कहा है कि, जम्मू कश्मीर में यहां के लोगों की अपनी सरकार होनी चाहिए, जहां कम से कम ये पक्षपात न हो कि, ये जम्मू का है और ये कश्मीर का।
दिल्ली में 6-6 महीने बाद कॉलनियाँ रेगुलराइज होती हैं।
अल्ताफ बुखारी ने कहा कि, हम सभी जम्मू कश्मीर के हैं और हमारे न केवल मुद्दे साझे हैं, बल्कि उनके समाधान भी साझे ही होंगे। बुखारी ने कहा कि, राज्य में उनकी सरकार आएगी, तो लोगों के खिलाफ किए गए फैसले वापस लेने पड़ेंगे। वहीं उन्होंने कॉलनियों को नियमित करने की माँग की है। इसके साथ ही बुखारी ने कहा कि, दिल्ली में 6-6 महीने बाद कॉलनियाँ रेगुलराइज होती हैं।
किसी बाहरी को Jammu-Kashmir में बसने नहीं देंगे
अल्ताफ बुखारी ने कहा कि, केंद्र की मोदी सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि, केंद्र सरकार जम्मू-कश्मीर को सिर्फ डंडे ही दिखाना चाहती है। उन्होंने अपने मुंह से नफरती आग उगते हुए कहा कि, जो लोग जम्मू-कश्मीर का रहने वाला नहीं हैं, ऐसे किसी एक भी व्यक्ति को राज्य में बसने नहीं देने। चाहे उनकी सुरक्षा में कितनी भी फोर्स लगा लो। ये जमीनें हमारी हैं और इस पर केवल जम्मू-कश्मीर वासियों का हक है। उन्होंने आगे कहा कि, इनको लगता है तो वो किसी बाहरी को लाकर यहां बैठा देने, तो हमने चूडियां नहीं पहनी हैं।
बुखारी ने कश्मीरी पंड़ितों पर हुए अत्याचार और दर्द का मजाक उड़ाया
अल्ताफ बुखारी ने कश्मीरी पंड़ितों पर हुए अत्याचार और दर्द का मजाक उड़ाते हुए कहा कि, हम वो जमात नहीं जो कहीं और जाकर नौटंकी करें। हम वो जमात हैं जो लड़ेंगे और किसी भी गैर-वासी को यहां बसने नहीं देंगे। फैसला हम लोग करेंगे। उन्होंने कहा कि, लोगों को सांप्रदायिक और क्षेत्रीय आधार पर बांटा जा रहा है, उन्हें होशियार रहना चाहिए।
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